ओजोन क्षरण के बारे में कुछ रोचक तथ्य
दोस्तों, आज हम इस पोस्ट में जानेंगे की ओजोन क्षरण क्या होता है और इसका क्या प्रभाव है और हम इसके बारे मे कुछ रोचक तथ्य को भी जानेंगे।
ओजोन क्षरण
वर्तमान समय में ओजोन क्षरण का एक प्रमुख पर्यावरणीय समस्या है। वायुमंडल के संताप मंडल में पृथ्वी से लगभग 50 किलोमीटर की ऊंचाई पर ओजोन गैस की मोटी परत पाई जाती है। ओजोन गैस oxygen के तीन परमाणुओं के reaction से बना होता है। ओजोन परत पृथ्वी पर जीवन के लिए सुरक्षा कवच है। यह परत सूर्य से आने वाली हानिकारक पैराबैंगनी किरणों को अवशोषित कर लेती है जिससे या किरणें पृथ्वी तक नहीं जा पाती हैं।
यदि यह किरणें पृथ्वी तक आने लगे लगे तो जिवों कि Gene संरचना में विकृति उत्पन्न होगी त्वचा कैंसर एवं त्वचा संबंधी बीमारियां फैैलेेंंगी। मोतियाबिंद एवं नेत्र संबंधी बीमारियां उत्पन्न होगी। जलीय जीवो एवं पौधों में ऊतक क्षरण होगा जिससे फसलों का उत्पादन कम हो जाएगा।
क्लोरोफ्लोरोकार्बन गैस ओजोन परत को सबसे अधिक क्षति पहुंचाती है। C.F.Cs गैस में उपस्थित क्लोरीन ओजोन गैस से क्रिया करके इसे इसे नष्ट कर रही है। जिसे ओजोन क्षरण कहते हैं। वर्तमान समय में दक्षिणी ध्रुव अंटार्कटिका के ऊपर ओजोन परत में छिद्र बन गया है जिससे पैराबैगनी किरणें पृथ्वी तक आने लगी है। क्लोरोफ्लोरोकार्बन गैस का उत्सर्जन रेफ्रिजरेटर एयर कंडीशनर एवं प्लास्टिक, पेंट व रसायन का निर्माण करने वाले फैक्ट्रियों द्वारा किया जा रहा है।
पृथ्वी पर जीवन की सुरक्षा के लिए क्लोरोफ्लोरोकार्बन गैस के उत्सर्जन पर रोक लगाने की आवश्यकता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ओजोन परत के महत्व तथा इसके क्षरण में होने वाले दुष्परिणाम के बारे में लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। यदि संपूर्ण विश्व समय से सचेत नहीं हुआ तो पृथ्वी पर जीवन नष्ट हो जाएगा।
तो दोस्तो हम सबको ओजोन क्षरण को रोकना भी होगा।
धन्यवाद
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