Pages

रविवार, 19 जुलाई 2020

दिमाग का वजन कितना होता है?

दिमाग का वजन कितना होता है?




आइये जानते हैं दिमाग का वजन कितना होता है (brain ka weight kitna hota hai)। हमारा दिमाग ही है जो हर तरह की प्रॉब्लम को सॉल्व करने की पावर रखता है। शरीर के इस सुपरएक्टिव अंग के बारे में जानना आपके लिए फायदेमंद होने के साथ रोचक भी हो सकता है।

इसलिए क्यों ना, आज हमारे दिमाग के बारे में जानें और जानें मनुष्य के दिमाग का वजन कितना होता है (brain ka weight in hindi)।

Weight of brain ,  what is the weight of our mind
Weight of brain


दिमाग का वजन कितना होता है? (dimag ka wajan kitna hota hai)

  • एक वयस्क के दिमाग का वजन करीब 3 पौंड होता है यानी 1300-1400 ग्राम।
  • दिमाग 75% से ज्यादा पानी का बना होता है।
  • शरीर का सबसे ज्यादा चर्बी वाला अंग दिमाग ही होता है।
  • दिमाग का 40% हिस्सा ग्रे रंग का होता है जबकि बाकी 60% हिस्सा सफेद रंग का होता है।
  • पूरे शरीर का केवल 2 % हिस्सा होते हुए भी हमारा दिमाग पूरे शरीर का 20% ब्लड और ऑक्सीजन अकेले ही इस्तेमाल कर लेता है।
  • दिमाग के लिए ऑक्सीजन इतनी जरुरी हो जाती है कि अगर 5 से 10 मिनट तक इसे ऑक्सीजन ना मिले तो दिमाग डैमेज हो सकता है।
  • एक दिन में हमारे दिमाग में 70 हजार विचार आते हैं जिनमें से 70% विचार नेगेटिव होते हैं।
  • दिमाग में दर्द की कोई नस नहीं होती है इसलिए दिमाग को किसी भी तरह के दर्द का पता नहीं चलता है।
  • हमारा दिमाग 5 साल की उम्र तक 95% बढ़ता है और 18 साल की उम्र तक आते-आते 100% विकसित हो जाता है। इसके बाद दिमाग का बढ़ना रुक जाता है।
  • जागते समय दिमाग 10 वाट की ऊर्जा के बराबर शक्ति प्रदान करता है। ये ऊर्जा बिजली के बल्ब को जला सकती है।
  • दिमाग के सन्देश भेजने की स्पीड 170 मील यानी करीब 272 किमी प्रति घंटा होती है।
  • दिमाग का दाहिना हिस्सा शरीर के बाएं भाग को कण्ट्रोल करता है और दिमाग का बायां हिस्सा शरीर के दाहिने भाग को नियंत्रित करता है।
  • पढ़ाई करने के लिए अगर रात का समय चुना जाए तो ये ज्यादा फायदेमंद होता है। क्योंकि रात के समय दिमाग ज्यादा एक्टिव रहता है।

Thanks you

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Please don't post any spam link